शिवपुरी। शिवपुरी जिले में विकास कार्यों की पोल एक बार फिर खुल गई है। रेपी नदी पर नव-निर्मित पुल और उससे जुड़ी नई सड़क लोकार्पण से पहले ही सवालों के घेरे में आ गई है। कारण – जिस डामर सड़क का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 9 मई को करने वाले हैं, वह अब लोकार्पण से पहले ही उखड़ने लगी है! इससे क्षेत्रीय ग्रामीणों में आक्रोश है और उन्होंने निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
जानकारी के अनुसार रेपी नदी पर नए पुल और राठखेड़ा से बसरई तक करीब 3.5 किमी लंबी सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कराया गया है। यह क्षेत्र प्राकृतिक जलप्रपात के पास स्थित है और यहाँ पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह निर्माण कार्य किया गया था।
लेकिन लोकार्पण से पहले ही डाली गई डामर सड़क की पतली परत जगह-जगह से उधड़ने लगी है। इससे ग्रामीणों को शक हुआ कि निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह काम दिखाने भर के लिए किया गया है, जिसमें गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं रखा गया। लोगों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि जनता के टैक्स का पैसा यूं लापरवाही में उड़ाया जा रहा है।
ग्रामीणों की मांग—जांच कर दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई
ग्रामीणों ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डामर की सड़क यदि लोकार्पण से पहले ही जवाब देने लगे तो यह साफ है कि कार्य में भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने इस पूरे निर्माण कार्य की स्वतंत्र तकनीकी जांच की मांग की है ताकि दोषी ठेकेदार और अधिकारियों को चिन्हित कर दंडित किया जा सके।
विभाग का जवाब—निविदा के अनुसार काम, सिर्फ एक जगह दिक्कत
जब इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के सब इंजीनियर रविंद्र शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कार्य निविदा की शर्तों के अनुरूप हुआ है। डामरीकरण में 20 एमएम की परत डाली गई है। उन्होंने यह स्वीकार किया कि “एक जगह डामर उखड़ गया है, जिसे सुधार किया जा रहा है।” लेकिन सवाल ये है कि जब अभी सड़क का उद्घाटन भी नहीं हुआ, तब ही उसकी परत उखड़ना विभाग की कार्यशैली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
अब उठते हैं कई बड़े सवाल:
- क्या लोकार्पण से पहले ही सड़क का उखड़ना भ्रष्टाचार का संकेत है?
- क्या गुणवत्ता जांच में लापरवाही बरती गई?
- क्या केवल 'उद्घाटन के फोटो' के लिए जनता की गाढ़ी कमाई से बनाया गया यह अधूरा विकास?
जनता को जवाब चाहिए। और यदि समय रहते विभागीय सतर्कता नहीं दिखाई गई, तो आने वाले दिनों में यह मामला और बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।